रोहित का ब्लॉग
बुधवार, 16 नवंबर 2016
गांधी उद्यान के तरण ताल में मुशायरे का आयोजन। Post- 3
अपनी शायरी कहती डा. नसीम निकहत।
शायरी का लुत्फ उठाते श्रोता।
अपनी शायरी कहती डा. नसीम निकहत।
मुशायरे में मौजूद शायर प्रो. वसीम बरेलवी।
शायरी सुनते श्रोता।
अपनी शायरी कहते शायर मन्सूर उस्मानी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें