मेहमान परिंदो से गुलजार हुई बरेली की रामगंगा नदी।
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सात नवम्बर 2016 को सुबह आठ बजे रामगंगा नदी के द्विपीय मुहानों में पहलीबार देखने ली मिला स्कीमर (पन्चीरा ) पंछी। |
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रामगंगा नदी के द्वीपीय इलाकों में बर्ड वाचिंग-शूटिंग के दौरान कैमरे के साथ रोहित उमराव। |
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सात नवम्बर 2016 को सुबह आठ बजे रामगंगा नदी के द्विपीय मुहानों में पहलीबार देखने ली मिला स्कीमर (पन्चीरा ) पंछी। |
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रामगंगा नदी के द्वीपीय इलाकों में बर्ड वाचिंग-शूटिंग के दौरान कैमरे के साथ रोहित उमराव। |
गांवों से डल्लब गाड़ी में सवार होकर पूरे साजो सामान के साथ मेला देखने आते ग्रामीण परिवार। |
यह मेला विशेषकर घोड़ों की खरीद-बिक्री के लिए जाना जाता है। यहां कई प्रदेशों से घोड़ा व्यापारी अलग-अलग नस्ल के घोड़े लेकर आते हैं। |
मेले में नखासे की शोभा देखते बनती है। यहां घोड़ों के साज-ओ-सामान का बाजार अलग से लगाया जाता है। इसमें घोड़े की काठी, फुलरा, लगाम, घंटियां, नाल, रंग-बिरंगे फुलरे आदि सामान व्यापारी खरीदते हैं। |
मेले में अपने लिए छोड़ा घोड़ा लेने पहुंचे अनुभव ने पहने नखासे के देखा। |
नखासे से अपनी जरुरत का सामान लेकर जाते लोग। |
मेले में इक्के, तांगे, बग्घी, सवारी आदि तरह-तरह के घोड़े बिकते और खरीदे जाते हैं। |
मेले में बच्चें के लिए रंग-बिरंगे खिलौने भी बिकते हैं। |
अनुभव ने मेले में कई बार घोड़े को छूने की इच्छा व्यक्त की। उनकी इस ख्वाहिश के लिए मुझे रफियाबाद के रहने वाले वीरेंद्र जी से अग्रह करना पड़ा और इस तरह उन्हें रेश्मा (घोड़ी) की सवारी करने का मौके मिल। |
मेले में डिस्को झूले के नीचे बनी मछली को छूते अनुभव और आराध्या। |
मेले में लगा पत्थर से बने सिल-बट्टे, लौढ़ा, चकिया-दरेतिया, होरसा (चकला), खल-मूसल का बाजार। |
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मौजूद शायर दाहिने से बाएं से दाहिने-- जौहर कानपुरी, अन्य, वसीम बरेलवी, डा. नसीम निकहत, राहत इंदौरी, अकील नोमानी, कलीम समर, इकबाल अशहर। |
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अपने शायरी से लोगों को झुमाती शायरा शबीना अदीब। |
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अपने शायरी से लोगों को झुमाती शायरा शबीना अदीब। |
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शायरी का लुत्फ उठाते श्रोता। |
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अपने शायरी से लोगों को झुमाती शायरा शबीना अदीब। बैठे हुए मन्सूर उस्मानी, जौहर कानपुरी, अन्य, वसीम बरेलवी, डा. नसीम निकहत, राहत इंदौरी, अकील नोमानी, कलीम समर। |
शुक्रवार को सेंट ज्यूइस स्कलू के वार्षिकोत्सव के दौरान केंट स्थित फ्रीविल बैप्टिस्ट चर्च में टेन ग्रीन बॉट्ल्स शॉंग पर नृत्य करते आराध्या, अनुभव एवं बच्चे। |
शुक्रवार को सेंट ज्यूइस स्कलू के वार्षिकोत्सव के दौरान केंट स्थित फ्रीविल बैप्टिस्ट चर्च में बच्चों के रंगारंग कार्यक्रंम देखते अभिभावक। |
फोटो-1 दीपावली के मौके पर सिविल लाइंस में साल्वेशन आर्मी चर्च के सामने अपने पूरे परिवार के साथ फुलझडियां छुडाते पूरी कालोनी के लोग। |
फोटो-2 दीपावली के मौके पर सिविल लाइंस में साल्वेशन आर्मी चर्च के सामने अपने पूरे परिवार के साथ फुलझडियां छुडाते पूरी कालोनी के लोग। |
फोटो-3 दीपावली के मौके पर सिविल लाइंस में साल्वेशन आर्मी चर्च के सामने अपने पूरे परिवार के साथ फुलझडियां छुडाते पूरी कालोनी के लोग। |
दीपावली के मौके पर कैंट स्थित स्टेट अथार्टी आफ इंडिया के ध्यान चंद्र स्टेडियम को एथलीट्स ने दीप जलाकर रौशन किया। |
दीपावली के मौके पर कैंट स्थित स्टेट अथार्टी आफ इंडिया के ध्यान चंद्र स्टेडियम में एडीएम एफआर मनोज कुमार ने अपने परिवार के साथ पहुंचकर पूजन किया और एथलीट्स के साथ खुशियां साझा की। |
फोटो-1 दीपावली के मौके पर बरेली शहर रोशनी से नहा गया। शाम होते ही पूरा आसमान आकाशीय पटाखों की गर्जना के साथ रौशन हो उठा। |
फोटो-2 दीपावली के मौके पर बरेली शहर रोशनी से नहा गया। शाम होते ही पूरा आसमान आकाशीय पटाखों की गर्जना के साथ रौशन हो उठा। |